सबसे छुपाकर दर्द जो वो मुस्कुरा दिया ,
उस की हंसी ने तो आज मुझे रुला दिया ,
लहजे से उठ रहा था हर इक दर्द का धुंआ ,
चेहरा बता रहा था की कुछ गँवा दिया ,
आवाज में ठहराव था ,आँखों में नमी थी ,
और कह रहा था की मैंने सब कुछ भुला दिया ,
जाने क्या उसको लोगो से थी शिकायते ,
ख्यालो के देश में खुद को बसा दिया ,
खुद भी वो हमसे जुदा होकर अधुरा सा हो गया ,
मुझ को भी इतने लोगो में तनहा बना दिया ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
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